रामभक्त, बजरंगबली, पवन पुत्र, अंजनी पुत्र, ना जाने कितने नामों से पुकारा
जाता है हनुमान जी को। हनुमान जी को भगवान शिव का ही अवतार माना गया है।
भगवान हनुमान त्रेतायुग से लेकर आने वाले तीन युगों तक जीवित रहे हैं। त्रेतायुग में श्रीराम के साथ और द्वापर युग में महाभारत के दौरान भीम से मिलना।
ऐसी मान्यता है कि समस्त संसार में जब-जब हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामचरित मानस, रामायण, आदि का पाठ किया जाता है तो हनुमान जी वहां जरूर मौजूद होते हैं।
कलयुग में हनुमान आराधना ही एकमात्र ऐसी आराधना है जो सबसे शीघ्र फल देती है। हनुमान जी के नाम का जप करने से बड़े से बड़ा संकट दूर हो जाता है। भक्तों की परेशानी चाहे कैसी भी हो शत्रु भय हो या रोग हो या फिर जीवन से जुड़ी कैसी भी दिक्कत हो हनुमान आराधना द्वारा हल किया जा सकता है। जीवन की कोई भी कठिनाइयों या संकटों को दूर करने के लिए जीवन में किसी भी मनोकामना की पूर्ति के लिए इस हनुमान अष्टोत्तर शतनाम का प्रयोग किया जाता है।
भगवान हनुमान त्रेतायुग से लेकर आने वाले तीन युगों तक जीवित रहे हैं। त्रेतायुग में श्रीराम के साथ और द्वापर युग में महाभारत के दौरान भीम से मिलना।
ऐसी मान्यता है कि समस्त संसार में जब-जब हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामचरित मानस, रामायण, आदि का पाठ किया जाता है तो हनुमान जी वहां जरूर मौजूद होते हैं।
कलयुग में हनुमान आराधना ही एकमात्र ऐसी आराधना है जो सबसे शीघ्र फल देती है। हनुमान जी के नाम का जप करने से बड़े से बड़ा संकट दूर हो जाता है। भक्तों की परेशानी चाहे कैसी भी हो शत्रु भय हो या रोग हो या फिर जीवन से जुड़ी कैसी भी दिक्कत हो हनुमान आराधना द्वारा हल किया जा सकता है। जीवन की कोई भी कठिनाइयों या संकटों को दूर करने के लिए जीवन में किसी भी मनोकामना की पूर्ति के लिए इस हनुमान अष्टोत्तर शतनाम का प्रयोग किया जाता है।
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1ॐ श्री आंजनेयाय नमः ।
आंजनेया : अंजना का पुत्र (alert-success)
2ॐ महावीराय नमः ।
महावीर : सबसे बहादुर (alert-success)
3ॐ हनुमते नमः ।
हनूमत : जिसके गाल फुले हुए हैं (alert-success)
4ॐ मारुतात्मजाय नमः ।
मारुतात्मज : पवन देव के लिए रत्न जैसे प्रिय (alert-success)
5ॐ तत्त्वज्ञानप्रदाय नमः ।
तत्वज्ञानप्रद : बुद्धि देने वाले (alert-success)
6ॐ सीतादेवीमुद्राप्रदायकाय नमः ।
सीतादेविमुद्राप्रदायक : सीता की अंगूठी भगवान राम को देने वाले (alert-success)
7ॐ अशोकवनिकाच्छेत्रे नमः ।
अशोकवनकाच्छेत्रे : अशोक बाग का विनाश करने वाले(alert-success)
8ॐ सर्वमायाविभंजनाय नमः ।
सर्वमायाविभंजन : छल के विनाशक(alert-success)
9ॐ सर्वबंधविमोक्त्रे नमः ।
सर्वबन्धविमोक्त्रे : मोह को दूर करने वाले(alert-success)
10ॐ रक्षोविध्वंसकारकाय नमः ।
रक्षोविध्वंसकारक : राक्षसों का वध करने वाले(alert-success)
11ॐ परविद्यापरीहाराय नमः ।
परविद्या परिहार : दुष्ट शक्तियों का नाश करने वाले(alert-success)
12ॐ परशौर्यविनाशनाय नमः ।
परशौर्य विनाशन : शत्रु के शौर्य को खंडित करने वाले(alert-success)
13ॐ परमंत्रनिराकर्त्रे नमः ।
परमन्त्र निराकर्त्रे : राम नाम का जाप करने वाले(alert-success)
14ॐ परयंत्रप्रभेदकाय नमः ।
परयन्त्र प्रभेदक : दुश्मनों के उद्देश्य को नष्ट करने वाले(alert-success)
15ॐ सर्वग्रहविनाशिने नमः ।
सर्वग्रह विनाशी : ग्रहों के बुरे प्रभावों को खत्म करने वाले(alert-success)
16ॐ भीमसेनसहायकृते नमः ।
भीमसेन सहायकृथे : भीम के सहायक(alert-success)
17ॐ सर्वदुःखहराय नमः ।
सर्वदुखः हरा : दुखों को दूर करने वाले(alert-success)
18ॐ सर्वलोकचारिणे नमः ।
सर्वलोकचारिणे : सभी जगह वास करने वाले(alert-success)
19ॐ मनोजवाय नमः ।
मनोजवाय : जिसकी हवा जैसी गति है(alert-success)
20ॐ पारिजातद्रुमूलस्थाय नमः ।
पारिजात द्रुमूलस्थ : प्राजक्ता पेड़ के नीचे वास करने वाले(alert-success)
21ॐ सर्वमंत्रस्वरूपवते नमः ।
सर्वमन्त्र स्वरूपवते : सभी मंत्रों के स्वामी(alert-success)
22ॐ सर्वतंत्रस्वरूपिणे नमः ।
सर्वतन्त्र स्वरूपिणे : सभी मंत्रों और भजन का आकार जैसा(alert-success)
23ॐ सर्वयंत्रात्मकाय नमः ।
सर्वयन्त्रात्मक : सभी यंत्रों में वास करने वाले(alert-success)
24ॐ कपीश्वराय नमः ।
कपीश्वर : वानरों के देवता(alert-success)
25ॐ महाकायाय नमः ।
महाकाय : विशाल रूप वाले(alert-success)
26ॐ सर्वरोगहराय नमः ।
सर्वरोगहरा : सभी रोगों को दूर करने वाले(alert-success)
27ॐ प्रभवे नमः ।
प्रभवे : सबसे प्रिय(alert-success)
28ॐ बलसिद्धिकराय नमः ।
बल सिद्धिकर : बल के धनि(alert-success)
29ॐ सर्वविद्यासंपत्प्रदायकाय नमः ।
सर्वविद्या सम्पत्तिप्रदायक : ज्ञान और बुद्धि प्रदान करने वाले(alert-success)
30ॐ कपिसेनानायकाय नमः ।
कपिसेनानायक : वानर सेना के प्रमुख(alert-success)
31ॐ भविष्यच्चतुराननाय नमः ।
भविष्यथ्चतुराननाय : भविष्य की घटनाओं के ज्ञाता(alert-success)
32ॐ कुमारब्रह्मचारिणे नमः ।
कुमार ब्रह्मचारी : युवा ब्रह्मचारी(alert-success)
33ॐ रत्नकुंडलदीप्तिमते नमः ।
रत्नकुण्डल दीप्तिमते : कान में मणियुक्त कुंडल धारण करने वाले(alert-success)
34ॐ संचलद्वालसन्नद्धलंबमानशिखोज्ज्वलाय नमः ।
चंचलद्वाल सन्नद्धलम्बमान शिखोज्वला : जिसकी पूंछ उनके सर से भी ऊंची है(alert-success)
35ॐ गंधर्वविद्यातत्त्वज्ञाय नमः ।
गन्धर्व विद्यातत्वज्ञ, : आकाशीय विद्या के ज्ञाता(alert-success)
36ॐ महाबलपराक्रमाय नमः ।
महाबल पराक्रम : महान शक्ति के स्वामी(alert-success)
37ॐ कारागृहविमोक्त्रे नमः ।
काराग्रह विमोक्त्रे : कैद से मुक्त करने वाले(alert-success)
38ॐ शृंखलाबंधमोचकाय नमः ।
शृन्खला बन्धमोचक: तनाव को दूर करने वाले(alert-success)
39ॐ सागरोत्तारकाय नमः ।
सागरोत्तारक : सागर को उछल कर पार करने वाले(alert-success)
40ॐ प्राज्ञाय नमः ।
प्राज्ञाय : विद्वान(alert-success)
41ॐ रामदूताय नमः ।
रामदूत : भगवान राम के राजदूत(alert-success)
42ॐ प्रतापवते नमः ।
प्रतापवते : वीरता के लिए प्रसिद्ध(alert-success)
43ॐ वानराय नमः ।
वानर : बंदर(alert-success)
44ॐ केसरीसुताय नमः ।
केसरीसुत : केसरी के पुत्र(alert-success)
45ॐ सीताशोकनिवारकाय नमः ।
सीताशोक निवारक : सीता के दुख का नाश करने वाले(alert-success)
46ॐ अंजनागर्भसंभूताय नमः ।
अन्जनागर्भसम्भूता : अंजनी के गर्भ से जन्म लेने वाले(alert-success)
47ॐ बालार्कसदृशाननाय नमः ।
बालार्कसद्रशानन : उगते सूरज की तरह तेजस(alert-success)
48ॐ विभीषणप्रियकराय नमः ।
विभीषण प्रियकर : विभीषण के हितैषी(alert-success)
49ॐ दशग्रीवकुलांतकाय नमः ।
दशग्रीव कुलान्तक : रावण के राजवंश का नाश करने वाले(alert-success)
50ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नमः ।
लक्ष्मणप्राणदात्रे : लक्ष्मण के प्राण बचाने वाले(alert-success)
51ॐ वज्रकायाय नमः ।
वज्रकाय : धातु की तरह मजबूत शरीर(alert-success)
52ॐ महाद्युतये नमः ।
महाद्युत : सबसे तेजस(alert-success)
53ॐ चिरंजीविने नमः ।
चिरंजीविने : अमर रहने वाले(alert-success)
54ॐ रामभक्ताय नमः ।
रामभक्त : भगवान राम के परम भक्त(alert-success)
55ॐ दैत्यकार्यविघातकाय नमः ।
दैत्यकार्य विघातक : राक्षसों की सभी गतिविधियों को नष्ट करने वाले(alert-success)
56ॐ अक्षहंत्रे नमः ।
अक्षहन्त्रे : रावण के पुत्र अक्षय का अंत करने वाले(alert-success)
57ॐ कांचनाभाय नमः ।
कांचनाभ : सुनहरे रंग का शरीर(alert-success)
58ॐ पंचवक्त्राय नमः ।
पंचवक्त्र : पांच मुख वाले(alert-success)
59ॐ महातपसे नमः ।
महातपसी : महान तपस्वी(alert-success)
60ॐ लंकिणीभंजनाय नमः ।
लन्किनी भंजन : लंकिनी का वध करने वाले(alert-success)
61ॐ श्रीमते नमः ।
श्रीमते : प्रतिष्ठित(alert-success)
62ॐ सिंहिकाप्राणभंजनाय नमः ।
सिंहिकाप्राण भंजन : सिंहिका के प्राण लेने वाले(alert-success)
63ॐ गंधमादनशैलस्थाय नमः ।
गन्धमादन शैलस्थ : गंधमादन पर्वत पार निवास करने वाले(alert-success)
64ॐ लंकापुरविदाहकाय नमः ।
लंकापुर विदायक : लंका को जलाने वाले(alert-success)
65ॐ सुग्रीवसचिवाय नमः ।
सुग्रीव सचिव : सुग्रीव के मंत्री(alert-success)
66ॐ धीराय नमः ।
धीर : वीर(alert-success)
67ॐ शूराय नमः ।
शूर : साहसी(alert-success)
68ॐ दैत्यकुलांतकाय नमः ।
दैत्यकुलान्तक : राक्षसों का वध करने वाले(alert-success)
69ॐ सुरार्चिताय नमः ।
सुरार्चित : देवताओं द्वारा पूजनीय(alert-success)
70ॐ महातेजसे नमः ।
महातेजस : अधिकांश दीप्तिमान(alert-success)
71ॐ रामचूडामणिप्रदाय नमः ।
रामचूडामणिप्रदायक : राम को सीता का चूड़ा देने वाले(alert-success)
72ॐ कामरूपिणे नमः ।
कामरूपिणे : अनेक रूप धारण करने वाले(alert-success)
73ॐ पिंगलाक्षाय नमः ।
पिंगलाक्ष : गुलाबी आँखों वाले(alert-success)
74ॐ वार्धिमैनाकपूजिताय नमः ।
वार्धिमैनाक पूजित : मैनाक पर्वत द्वारा पूजनीय(alert-success)
75ॐ कबलीकृतमार्तांडमंडलाय नमः ।
कबलीकृत मार्ताण्डमण्डलाय : सूर्य को निगलने वाले(alert-success)
76ॐ विजितेंद्रियाय नमः ।
विजितेन्द्रिय : इंद्रियों को शांत रखने वाले(alert-success)
77ॐ रामसुग्रीवसंधात्रे नमः ।
रामसुग्रीव सन्धात्रे : राम और सुग्रीव के बीच मध्यस्थ(alert-success)
78ॐ महिरावणमर्दनाय नमः ।
महारावण मर्धन : रावण का वध करने वाले(alert-success)
79ॐ स्फटिकाभाय नमः ।
स्फटिकाभा : एकदम शुद्ध(alert-success)
80ॐ वागधीशाय नमः ।
वागधीश : प्रवक्ताओं के भगवान(alert-success)
81ॐ नवव्याकृतिपंडिताय नमः ।
नवव्याकृतपण्डित : सभी विद्याओं में निपुण(alert-success)
82ॐ चतुर्बाहवे नमः ।
चतुर्बाहवे : चार भुजाओं वाले(alert-success)
83ॐ दीनबंधवे नमः ।
दीनबन्धुरा : दुखियों के रक्षक(alert-success)
84ॐ महात्मने नमः ।
महात्मा : भगवान(alert-success)
85ॐ भक्तवत्सलाय नमः ।
भक्तवत्सल : भक्तों की रक्षा करने वाले(alert-success)
86ॐ संजीवननगाहर्त्रे नमः ।
संजीवन नगाहर्त्रे : संजीवनी लाने वाले(alert-success)
87ॐ शुचये नमः ।
सुचये : पवित्र(alert-success)
88ॐ वाग्मिने नमः ।
वाग्मिने : वक्ता(alert-success)
89ॐ दृढव्रताय नमः ।
दृढव्रता : कठोर तपस्या करने वाले(alert-success)
90ॐ कालनेमिप्रमथनाय नमः ।
कालनेमि प्रमथन : कालनेमि का प्राण हरने वाले(alert-success)
91ॐ हरिमर्कटमर्कटाय नमः ।
हरिमर्कट मर्कटा : वानरों के ईश्वर(alert-success)
92ॐ दांताय नमः ।
दान्त : शांत(alert-success)
93ॐ शांताय नमः ।
शान्त : रचना करने वाले(alert-success)
94ॐ प्रसन्नात्मने नमः ।
प्रसन्नात्मने : हंसमुख(alert-success)
95ॐ शतकंठमदापहृते नमः ।
शतकन्टमदापहते : शतकंट के अहंकार को ध्वस्त करने वाले(alert-success)
96ॐ योगिने नमः ।
योगी : महात्मा(alert-success)
97ॐ रामकथालोलाय नमः ।
रामकथा लोलाय : भगवान राम की कहानी सुनने के लिए व्याकुल(alert-success)
98ॐ सीतान्वेषणपंडिताय नमः ।
सीतान्वेषण पण्डित : सीता की खोज करने वाले(alert-success)
99ॐ वज्रदंष्ट्राय नमः ।
वज्रद्रनुष्ट : वज्रको धारण करने वाला(alert-success)
100ॐ वज्रनखाय नमः ।
वज्रनखा : वज्र की तरह मजबूत नाखून(alert-success)
101ॐ रुद्रवीर्यसमुद्भवाय नमः ।
रुद्रवीर्य समुद्भवा : भगवान शिव का अवतार(alert-success)
102ॐ इंद्रजित्प्रहितामोघब्रह्मास्त्रविनिवारकाय नमः ।
इन्द्रजित्प्रहितामोघब्रह्मास्त्र विनिवारक : इंद्रजीत के ब्रह्मास्त्र के प्रभाव को नष्ट करने वाले(alert-success)
103ॐ पार्थध्वजाग्रसंवासिने नमः ।
पार्थ ध्वजाग्रसंवासिने : अर्जुन के रथ पार विराजमान रहने वाले(alert-success)
104ॐ शरपंजरभेदकाय नमः ।
शरपंजर भेदक : तीरों के घोंसले को नष्ट करने वाले(alert-success)
105ॐ दशबाहवे नमः ।
दशबाहवे : दस भुजाओं वाले(alert-success)
106लोकपूज्याय नमः ।
लोकपूज्य : ब्रह्मांड के सभी जीवों द्वारा पूजनीय(alert-success)
107ॐ जांबवत्प्रीतिवर्धनाय नमः ।
जाम्बवत्प्रीतिवर्धन : जाम्बवत के प्रिय(alert-success)
108ॐ सीतासमेतश्रीरामपादसेवाधुरंधराय नमः ।
सीताराम पादसेवक : भगवान राम और सीता की सेवा में तल्लीन रहने वाले(alert-success)
सम्पूर्णा -॥ इति श्रीमदांजनेयाष्टोत्तरशतनामावलिः ॥(alert-success)
![संकटमोचन महाबली हनुमान अष्टोत्तर-शतनाम-नामावली](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhbztXPMds0b4E-wjlTGfogLmrD8sB1o6b1XUkhprQJrewzuAHLaG4yehEY0pvMC546algn6QCQgI_ClfDWZAP4UWjPeobpmfmwG-eVXgqRndwQgc3w33n2l4R9bV6UhGGfj5HdxhZnp3hHK1xdGgQyvoUIZXLg_G3I8vSIv42BvVO7yKKaryyeNvCX/w200-h200/Hanuman%20Chalisa.png)
- मानसिक संतुलन हमेशा सही रहता है ।
- सात्विक विचार रहने से हमेशा अचे विचार मन में रहते है ।
- कभी गुस्सा नहीं आएगा क्यों की हनुमान भक्त के रूप में जाने जाते है और भक्ति में शक्ति है ।
- पैसो की कमी (आर्थिक स्तिथि) हमेशा सुदृढ़ रहेगी ।
- किसी भी शुभ काम में जाने से पहले जाप करे बिगड़े काम सफल होंगे ।
- हमेशा शरीर में एक अलग सी ताकत रहेगी जो आगे बढ़ने का राह दिखाएगी ।
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